प्रदेशभर के गैलेंट्री प्राप्त 176 पुलिसकर्मियों की पीसीसी नहीं हाेने से अटकी पदोन्नति, जवानों में नाराजगी


जयपुर (भगवान चौधरी). ड्यूटी के दौरान बेहतर कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों को राजस्थान पुलिस गैलेंट्री प्रमोशन देती है। यह सम्मान प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों की प्रमोशन कैडर कोर्स (पीसीसी) ट्रेनिंग करवाई जाती है। यह दोनों प्रक्रिया होने के बाद उनको पदोन्नति मिलती है, लेकिन 2015 से अब तक प्रदेश भर के 176 पुलिसकर्मियों की पीसीसी नहीं हुई है। इस कारण इनकी पदोन्नति अटक गई है। इनमें एएसआई, हैड कांस्टेबल और कांस्टेबल पद तक के पुलिसकर्मी शामिल है। यदि इनकी पीसीसी समय पर हो चुकी होती तो यह सब जांच अधिकारी के तौर पर काम करते नजर आते। इससे थानों में पेंडिंग चल रहे मामलों की समय पर जांच होती। पुलिस प्रशासन के इस रवैया से जवानों में नाराजगी है।  



जान जोखिम में डालकर फर्ज निभाने वाले पुलिसकर्मियों की गैलेंट्री के बाद सालों से पीसीसी नहीं होने से इनका मनोबल गिर रहा है। पीसीसी पर पुलिस अधिकारियों के दोहरे मापदंड सामने आ रहे है। जिसका खामियाजा गैलेंट्री पाने वाले पुलिसकर्मियों को उठाना पड़ रहा है। जिम्मेदार पद मिलने के बजाए इन्हें ठंडे बस्ते में लगा दिया गया है।  पुलिस मुख्यालय में बैठे अधिकारियों का कहना है कि सीनियरिटी के हिसाब से पीसीसी होती है। रैगुलर प्रमाेशन और गैलेंट्री प्रमाेशन की हर साल पीसीसी होती है। इसमें 10 फीसदी गैलेंट्री प्राप्त होते है बाकी रैगुलर प्रमोशन वाले शामिल होते है। गैलेंट्री प्राप्त जूनियर पुलिसकर्मी को सीनियर से पहले पीसीसी नहीं करवा सकते। जिनकी पीसीसी नहीं हुई है वो आगामी तीन-चार महीने में हो जाएगी। पीसीसी हो जाए तो विभाग को भी इसका लाभ मिलेगा।